नवरत्न सरदार भाग सिंह स्मारक पुरस्कार 2013 भारतीय उप महाद्वीप में रह रहे लाखों लोगों को रहने के लिए घर, खाने के लिए पौष्टिक भोजन, अच्छी सेहत के लिए अनुकूल वातावरण, बेहतर एवं उपयोगी शिक्षा, साफ़ पीने का पानी जैसे बुनियादी ज़रूरत की चीज़े मुहैया होनी चाहिए यह तभी संभव है जब हमारे सम्बन्ध हमारे पडोसी देशो जैसे पाकिस्तान और चीन से शान्ति पूर्ण हों और बेहतर हों. इन्ही दोनों पडोसी देशो के साथ संबंधो की बेहतरी का प्रयास अनेक दशकों से कर्नल वीरेंदर सहाय वर्मा अपनी संस्था इंडिया पकिस्तान सोल्जरस इनिशिएटिव फॉर पीस के माध्यम से कर रहें है. भारतीय सेना में 34 वर्षो तक काश्मीर एवं पूर्वी सीमाओं पर अधिकाँश समय तक अपनी सेवाएँ अर्पित करने के कारण आप यहाँ पर हो रही इस अशांति के कारणों से परिचित है. सरकार के प्रयास तो चल रहें है लेकिन राष्ट्र का एक जिम्मेदार नागरिक होने के कारण स्वयम आगे निकल कर भी इन प्रयासों को भी गति प्रदान की जाए ये कर्नल वर्मा की सकारत्मक सोच है. प्रसिद्ध समाजसेवी पद्म विभुष्ण डॉ. निर्मला देशपांडे जी संग कर्नल वर्मा अनेको बार पडोसी देशो का दौरा किया है. कभी कभी तो पडोसी देशो में आई प्राकृतिक आपदाओं के समय भी आप ने वहां पर अपने शिष्ट मंडल के साथ साहयता की है. पडोसी देशो से सम्बन्ध बनाए रखने पर आप ने अत्यंत गहनता से शोध किया है और अब तक आपके इस विषय पर करीब 50 के आस पास विश्व के अति प्रसिद्ध समाचार पत्रों एवं पत्रिकाओं में आलेख छप चुके है और पुस्तके भी आ चुकी है. जब भी कभी कहीं समस्या आती है संबंधो को लेकर तो आपको विशिस्ट वक्ता एवं विशेषज्ञ के रूप में सभी टीवी चैनल आपको आमंत्रित करते है. अनेक सामाजिक संगठनो पर महत्वपूर्ण पदों को सम्हालने वाले कर्नल वर्मा जी ने इन संबंधो को बेहतर बनाने के लिए अनेक देशो की यात्रा भी की है. अनेक सम्मानों से विभूषित कर्नल वर्मा ने अनेक अंतर्राष्ट्रीय स्तर के सेमिनारो एवम गोष्ठियों भारत के पक्ष को बाखुभी से रखा है. पड़ोस किसी भी का चाहे मोहेल्ले में रहने वालों का, गाँव में हो, पडोसी राज्य हो या फिर पडोसी देश हो आदमी तभी सुकून से है जब आपस में शांति हो तभी विकास भी द्रुत गति से होता है, स्वाभिमान के संग रिश्तो को बेहतर बनाए के प्रयास के लिए कर्नल वीरेंदर सहाय वर्मा जी को नवरत्न सरदार भाग सिंह स्मारक पुरस्कार के साथ 11,000 / - रूपये नकद एवं अंगवस्त्र से सम्मानित किया जाएगा. |
Achievers > Col. Virendra Sahai Verma >